*श्रुतम्-284*
*अखण्ड भारत-3*
प्राचीनकाल में संपूर्ण धरती में सिर्फ एशिया ही रहने लायक सबसे उत्तम जगह माना गया था।
इस *एशिया को हिन्दू पुराणों में जम्बूद्वीप* कहा गया था। हालांकि इसमें योरप के कुछ हिस्से भी शामिल है।
*हिन्दू शब्द की उत्पत्ति इंदु शब्द* से हुई है यह इंदू ही इंडस हो गया। इंदु शब्द चंद्रमा का पर्यायवाची शब्द है। आर्य किसी जाति का नहीं बल्कि वैदिक विचारधारा मानने वाले लोगों का नाम था जिसमें सभी जाति के लोग सम्मलित थे जैसे दास, वानर, किन्नर, द्रविड़, सुर, असुर आदि। जो लोग यह कहते हैं कि आर्य बाहर से आए थे उनका ज्ञान सही नहीं है या कि उनमें नफरत और साजिश की भावना है।
‘ *हिमालयात् समारभ्य*
*यावत् इन्दु सरोवरम्।*
*तं देवनिर्मितं देशं*
*हिन्दुस्थान प्रचक्षते॥-* *(बृहस्पति आगम)*
अर्थात : हिमालय से प्रारंभ होकर इन्दु सरोवर (हिन्द महासागर) तक यह देव निर्मित देश हिन्दुस्थान कहलाता है।
इसका मतलब *हिन्दुस्थान चंद्रगुप्त मौर्य के काल* में था लेकिन आज जिसे हिन्दुस्थान कहते हैं वह क्या है? दरअसल यह हिन्दुस्थान का एक हिस्सा मात्र है। प्राचीन काल में संपूर्ण जम्बू द्वीप पर ही आर्य विचारधारा के लोगों का शासन था।
जम्बू द्वीप के आसपास 6 द्वीप थे- *प्लक्ष, शाल्मली, कुश, क्रौंच, शाक एवं पुष्कर।*
जम्बू द्वीप धरती के मध्य में स्थित है और इसके मध्य में *इलावृत* नामक देश है। इस इलावृत के मध्य में स्थित है *सुमेरू पर्वत* । इलावृत के दक्षिण में कैलाश पर्वत के पास भारतवर्ष, पश्चिम में *केतुमाल (ईरान के तेहरान से रूस के मॉस्को तक), पूर्व में हरिवर्ष (जावा से चीन तक का क्षेत्र)* और *भद्राश्चवर्ष* (रूस), उत्तर में *रम्यकवर्ष* (रूस), *हिरण्यमयवर्ष* (रूस) और *उत्तकुरुवर्ष* (रूस) नामक देश हैं। मिस्र, सऊदी अरब, ईरान, इराक, इसराइल, कजाकिस्तान, रूस, मंगोलिया, चीन, बर्मा, इंडोनेशिया, मलेशिया, जावा, सुमात्रा, हिन्दुस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, पाकिस्तान और अफगानिस्तान का संपूर्ण क्षेत्र जम्बू द्वीप था।