*श्रुतम्-273*
*पंच सरोवर*
*बिन्दु सरोवर*
बिंदु सरोवर दो है- *1.भुवनेश्वर के मुख्य बाजार में स्थित बिंदु सरोवर।*
*2.सिद्धपुर में स्थित बिंदु सरोवर।*
1.देश की एकात्मता की दृष्टि से पूर्व दिशा स्थित *भुवनेश्वर का बिंदु सरोवर* अधिक महत्वपूर्ण है।
यह एक विस्तृत सरोवर है। सरोवर के मध्य एक विशाल मंदिर है। इसमें *भगवान नारायण, शिव पार्वती, गणेश* की सुंदर प्रतिमाएं हैं। सरोवर के चारों और बहुत से मंदिर बने हैं। इस सरोवर में समस्त तीर्थों का जल लाकर डाला हुआ है, अतः यह परम पवित्र माना जाता है।
2.भारतवर्ष में पितृश्राद्ध के लिए गया प्रसिद्ध है तो मातृश्राद्ध के लिए *सिद्धपुर स्थित बिंदु सरोवर* की मान्यता है। इसे *मातृगया* भी कहा जाता है। प्राचीन नाम *श्रीस्थल* है।
पवित्र सरस्वती से लगभग डेढ़-दो किलोमीटर दूर एक सरोवर है। लगभग 12 मीटर लंबा और 12 मीटर चौड़ा यह सरोवर *कर्दम ऋषि,* *कपिल मुनि,*
*समुद्र-मंथन और भगवान परशुराम* की कथाओं से संबद्ध है।
सरोवर के पास गोविंद माधव मंदिर विद्यमान है। तीर्थयात्री सरोवर में स्नान कर मातृ-श्राद्ध करते हैं। दक्षिण छोर पर बने मंदिर में महर्षि कर्दम, देवहूति और महर्षि कपिल की मूर्तियां है।
इसके अतिरिक्त *राधा-कृष्ण, लक्ष्मी नारायण, सिद्धेश्वर महादेव के मंदिर, ज्ञानवापी(बावली) तथा वल्लभाचार्य महाप्रभु की बैठक* यहां विद्यमान है।