*श्रुतम्-272*
*पंच सरोवर*
जिस प्रकार भारत के चार कोनों पर चार धाम (उतरी सीमा पर बद्रीनाथ, दक्षिण में रामेश्वरम, पूर्व में जगन्नाथपुरी तथा पश्चिम में द्वारिका) स्थापित कर देश की एकता को सुदृढ़ किया गया।
उसी प्रकार मनीषियों ने *पंच सरोवर को मान्यता देकर समस्त भारतवासियों को प्रांत व जाति भेद से ऊपर उठकर भारत को एक राष्ट्र के रूप में सुदृढ़ करने की प्रेरणा दी।*
सरोवर’ का अर्थ तालाब, कुंड या ताल नहीं होता। सरोवर को आप झील कह सकते हैं। भारत में सैकड़ों झीलें हैं लेकिन उनमें से सिर्फ 5 का ही धार्मिक महत्व है, बाकी में से कुछ का आध्यात्मिक और बाकी का पर्यटनीय महत्व है। *श्रीमद्भागवत और पुराणों में प्राचीनकालीन 5 पवित्र ऐतिहासिक सरोवरों का वर्णन मिलता है।*
सभी हिंदू इनके प्रति श्रद्धा भाव रखते हैं।
यह पाँच सरोवर निम्नलिखित है-
*1.बिंदु सरोवर*
*2.नारायण सरोवर*
*3.पम्पा सरोवर*
*4.पुष्कर झील*
*5.मानसरोवर*