भारत गौरव गान भाग 9 || विश्वगुरु भारत || देशभक्त नेता,देशरत्न,भूमंडल प्रचार ||
31 – स्वराज नायक
जहां हुये हैं दयानन्द सम स्वराज्य उद्घोषक महान्।
उनके पीछे श्रद्धानन्द जैसे हुए सैकड़ों बलिदान।।
वासुदेव औ तिलक, गोखले, नौरूजी स्वातन्त्र्य प्राण।
हुए मालवी, केशवचन्द्र स्वदेश भक्त आजाद सुजान।।
महेन्द्र, भाई परमानन्द व सावरकर विप्लवी महान।
हुए राज गोपालाचारी, कृष्णन, मेनन सुर विद्वान।।
जहां हुए हैं लौह-पुरुष सरदार पटेल सुभट सन्तान।
जहां हुए हैं मृत्युंजय नेताजी सुभाष वीर जवान।।
जहां हुए राजेन्द्र राष्ट्रपति, शास्त्रीसम प्रधान।
है भूमण्डल में भारत देश महान।।
32 – विभिन्न नेतागण
जहां हुये जगजीवन पन्त, देसाई, नन्दा वीर जवान।
अम्बेडकर, चौहान, चौधरी, शास्त्री, विनोबा कृत भू-दान।।
कृपालानी जयप्रकाश, गुरुजी, करपात्री, टण्डन जन प्राण।
नारायण स्वामी, श्री गुप्त व नरेन्द्र सत्याग्रही-प्रधान।।
वीर लोहिया, प्रकाश वीर, विनायक, बुद्धदेव गुणवान।
रामचन्द्र देहलवी, गंगाप्रसाद, वेदानन्द-सुजान।।
हुए सातवलेकर, जयदेव, सु रघुनन्दन वैदिक विद्वान।
आत्माराम, दर्शनानन्द व हंसराज, गुरुदत्त-महान।।
हुए मुखर्जी तारासिंह औ आत्मानन्द प्रति-प्राण।
है भूमण्डल में भारत देश महान।।
33 – देशरत्न
जहां हुए हैं ईश्वरचन्द्र, विद्यासागर जैसे कर्णधार।
शरतचन्द्र औ प्रेमचन्द्र से उपन्यास के श्री औतार।।
हुए सुदर्शन, जयशंकर सम कथाकार प्रिय नाटककार।
पृथ्वीराज कपूर सु अभिनेता से परिचित है संसार।।
जहां पद्मश्री से भूषित हैं नृत्य-नायिका भारत नार।
और सु छबि-दिग्दर्शक शान्ताराम को जानत है संसार।।
तेनजिंग धनराज तेंडुलकर विश्व में पाए ख्याति अपार।
दारासिंह है पहलवान, किंगकोंग को जिसने दिया पछार।।
जहां हुए दानी बिरला, टाटा, नानजी, धनवान।
है भूमण्डल में भारत देश महान।।
34 – भूमण्डल प्रचार
और जहां से धर्म प्रचारक किये विदेशों को प्रस्थान।
गये विवेकानन्द अमरिका लेकर के वेदान्त-विज्ञान।।
गए जर्मनी सत्यदेव श्री उसरबुद्ध जी इंग्लिशतान।
रुचीराम ने वैदिक नाद गुंजाया जाकर अरबिस्तान।।
गए भवानी दयाल स्वामी अफ्रीका लेकर श्रुति-ज्ञान।
गए मौरिशस स्वामी स्वतंत्रानन्द, आनन्द भिक्षुक प्राण।।
भरद्वाज, मणिलाल जैमिनी, ध्रुवानन्द स्वामी विद्वान।
गए अभेदानन्द व आनन्द स्वामी चन्द्रानन्द सुजान।।
गए अयोध्याप्रसाद अमरीका में दिये व्याख्यान।
है भूमण्डल में भारत देश महान।।