*श्रुतम्-256*
*हिंदुस्थान के बारे में प्रसिद्ध विदेशी हस्तियों के विचार-1*
*अल्बर्ट आइंस्टीन-*
“हम भारत के बहुत ऋणी हैं, जिसने हमें गिनती सिखाई, जिसके बिना कोई भी सार्थक वैज्ञानिक खोज संभव नहीं हो पाती।”
*मार्क ट्वेन*
“भारत उपासना पंथों की भूमि, मानव जाति का पालना, भाषा की जन्मभूमि, इतिहास की माता, पुराणों की दादी एवं परंपरा की परदादी है। मनुष्य के इतिहास में जो भी मूल्यवान एवं सृजनशील सामग्री है, उसका भंडार अकेले भारत में है।
यह ऐसी भूमि है जिसके दर्शन के लिए सब लालायित रहते हैं और एक बार उसकी हल्की सी झलक मिल जाए तो दुनिया के अन्य सारे दृश्यों के बदले में भी वे उसे छोड़ने के लिए तैयार नहीं होंगे।”
*फ्रांसीसी विद्वान रोमां रोलां*
“मानव ने आदिकाल से जो सपने देखने शुरू किए उनके साकार होने का इस धरती पर कोई स्थान है तो वह है भारत।”
*अमेरिका में चीन के राजदूत हू शिह*
“सीमा पार एक भी सैनिक न भेजते हुए भारत ने 20 सदियों तक सांस्कृतिक धरातल पर चीन को जीता और उसे प्रभावित किया।”